लौट आओ की जी नही पाएंगे तुम बिन,
तुम ना आये तो मर जाएंगे तुम बिन।
थम लो आकर फिर से संभल जाऊ मैं ,
शीशा हूँ मैं टूट जाउंगी तुम बिन।
बह ना जाओ कहीं आँखों से आंसू बनकर ,
आँखों में मेरे नमी सी है तुम बिन।
हर जगह बस उदासी सी रहती है ,
यादें भी तन्हा सी हो गयी है तुम बिन।
कोयल गाती नही पंछी भी इधर आते नही ,
मदमस्त हवाएं भी सरसराती नही तुम बिन।
बेजान सी हो गई है घटाएं ,
बादल भी रोने लगा है तुम बिन।
लौट आओ की जी नही पाएंगे तुम बिन,
तुम ना आये तो मर जाएंगे तुम बिन।
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