ना रूठो इतना !
ना रूठो इतना
कि दूर हम हो जाये !
लोट के वापस
कि हम ना आ पाए !
निगाहे इस कदर
झुक ना जाये !
कि नजरे ही ख़ुद से
नजर ना मिला पाए !
दिल टूटने की
आवाज कहाँ आये !
टूट के दिल
फिर जुड़ ना पाए !
राह मिलती राहों से
मज़िलों से कही
भटक ना जाये !
प्यास दिलों की
दिलों से बुझे !
बात दिल की अब
तुमसे कहे ना कहे !
तमन्ना दिलों की
पूरी हो जाये !
मिले हम तुम कि
कहानी अधूरी ना हो जाये !
ना रूठो इतना कि
दूर हम हो जाये !
विधू
रूठो ना इतना कि दूर हम हो जाएँ...
ReplyDeleteबहुत सुन्दर विधु जी..
thank u ji.....:)
ReplyDelete