कुछ पुरानी सी बातें है ,
कुछ भूली बिसरी सी यादें हैं !
कुछ आये है कुछ चले गए
कुछ यादों की चादर छोड़ गए हैं !
कुछ याद कराये बचपन की ,
कुछ सबक दिलाये जीवन की
कुछ लाये आँखों मे आंसू
कुछ खुशियों में और
कुछ दर्द से लिपटी हैं !
कुछ कागज की कटी पतंग सी
कुछ तितली के सुन्दर रंग सी
कुछ बिखरी यहाँ ओंस की बूंदे
कुछ कलकल करते झरने सी
कुछ फूलों सी मुरझाई ,
कुछ कलिओं सी शरमाई
कुछ भीगी हुई चासनी में
कुछ मिर्ची सी तीखी
कुछ पुरानी सी बातें है ,
कुछ भूली बिसरी सी यादें हैं !
good poem, evokes a strong emotional reaction
ReplyDeleteThank u very much sir ....
Deletevery nice........
ReplyDeletethanks navneet :)
Deletesooooooo nice.................
ReplyDeleteyar dil to touch kar gayi...........
thank u so much archu .. :)
Delete